1. पर्यावरण संरक्षण उपाय: कौन से प्राकृतिक संसाधन संरक्षण करने के असरदार और सरल तरीके हैं?

लेखक: Genesis Davenport प्रकाशित किया गया: 19 जुलाई 2025 श्रेणी: पर्यावरण और आसपास का माहौल

प्राकृतिक संसाधन संरक्षण क्यों ज़रूरी है और इसका असर हमारे जीवन पर कैसे पड़ता है?

क्या आपने कभी सोचा है कि जो पानी हम रोज़ पीते हैं, वह हमेशा उपलब्ध रहेगा? या फिर हवा जो हम सांस लेते हैं, इतनी साफ़ रहेगी? प्राकृतिक संसाधन संरक्षण का मतलब सिर्फ पेड़ बचाना या कूड़ा कम करना नहीं, बल्कि हमारी ज़िंदगी का आधार ही बचाना है। दुनिया की लगभग 70% ताजे पानी के स्रोत तेज़ी से घट रहे हैं, और हर साल 15 बिलियन टन प्लास्टिक कचरा महासागरों में गिरता है। ये आंकड़े बताते हैं कि पर्यावरण संरक्षण उपाय अब कोई विकल्प नहीं, बल्कि ज़रूरत बन गए हैं।

कल्पना करें कि हमारे प्राकृतिक संसाधन एक बैंक अकाउंट जैसे हैं, जहां हम पैसे निकालते-निकालते हैं। बिना इसे पुनः भरें, यह अकाउंट एक दिन खाली हो जाएगा। वज़नदार रिसर्च बताती है कि अगर हम पर्यावरण अनुकूलन के तरीके अपनाएं, तो इस प्राकृतिक बैंक को सजोया और बढ़ाया जा सकता है। लेकिन अगर हम आज की लापरवाही को त्याग नहीं पाए, तो भविष्य का"ऋण" भारी होगा।

प्राकृतिक संसाधन संरक्षण के लिए असरदार और सरल तरीके

अगर सोचा जाए कि बड़े स्तर पर बदलाव करना ही एकमात्र तरीका है, तो गलत होगा। छोटे-छोटे कदम भी मासूम नदी की धार की तरह मजबूत बदलाव लेकर आ सकते हैं। 🌿

क्या आप जानते हैं? 5 महत्वपूर्ण तथ्य जो बदल सकते हैं आपका नजरिया

क्रमांक तथ्य अर्थ
1 हर साल 8 मिलियन टन प्लास्टिक महासागरों में गिरता है समुद्री जीवन और पर्यावरण संकट
2 60% विश्व की जैव विविधता वर्षा वनों में रहती है वनीकरण की अहमियत
3 प्लास्टिक बैग से बचने पर एक परिवार सालाना €30 बचा सकता है आर्थिक और पर्यावरणीय बचत
4 LED बल्ब पारंपरिक बल्ब से 80% ऊर्जा कम उपयोग करते हैं ऊर्जा संरक्षण और खर्च बचत
5 छोटे गाँवों ने स्थानीय खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देकर 40% प्रदूषण कम किया स्थानीय जीवनशैली का प्रभाव
6 पानी बचाने से घरेलू बिल में 20-25% की कमी संभव है पानी संरक्षण के फायदे
7 रीयूज और रिसायक्लिंग से कचरे की मात्रा 50% तक घटाई जा सकती है कचरा प्रबंधन प्रभावशीलता
8 सोलर पैनल का प्रयोग करने वाले घरों की संख्या 10 वर्षों में 5 गुना बढ़ी है नवीकरणीय ऊर्जा की बढ़ती लोकप्रियता
9 हरित जीवनशैली अपनाएं से स्वास्थ्य में सुधार होता है स्वस्थ जीवन के लिए पर्यावरण संरक्षण महत्वपूर्ण
10 गांवों में पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाने से प्राकृतिक आपदाएं 30% कम हुईं जागरूकता का प्रभाव

कैसे अपनाएं पर्यावरण संरक्षण उपाय और हरित जीवनशैली अपनाएं?

शायद आप सोच रहे होंगे, “इतना कुछ कैसे कर पाऊंगा?” तो देखिए, पर्यावरण सुरक्षा के आसान तरीके आपको खुद से भी ज़्यादा प्रभावित करते हैं, अगर आप उन्हें सही से अपनाएं। जैसे कि मेरी पड़ोसन ने अपनी दिनचर्या में छोटे बदलाव किए — सुबह की सैर पैदल, अपने खाने के बाद बचे हुए भोजन से खाद बनाना, ठीक उसी तरह जैसे कि वो प्रकृति को वापस दे रही हो।

इसे ऐसे भी समझिए - अगर हम करने वाले कामों को नदी की एक-एक बूंद समझें, तो थोड़ी सोच से हम विशाल महासागर बना सकते हैं। कृपया इन 7 मुख्य स्टेप्स पर ध्यान दें:

  1. 🚰 पानी बचाना: टपकते नलों की मरम्मत तुरंत करें।
  2. 🌳 पेड़ लगाना: हर वर्ष कम से कम 5 पेड़ लगाएं।
  3. ♻️ रिसायक्लिंग करना: प्लास्टिक, कागज और कांच को अलग करें।
  4. 💡 ऊर्जा की बचत: LED बल्ब एवं ऊर्जा-संरक्षण उपकरण अपनाएं।
  5. 🚶‍♀️ सार्वजनिक परिवहन या साइकिल इस्तेमाल करें: ट्रैफिक और प्रदूषण कम होगा।
  6. 🛒 प्लास्टिक उपयोग कम करें: कपड़े के बैग और बांस के स्ट्रॉ का इस्तेमाल करें।
  7. 🌿 स्थानीय और जैविक खाद्य पदार्थ खरीदें: इससे प्रदूषण में कमी आती है।

क्या आप जानते हैं उपकरणों और संसाधनों का प्राकृतिक संसाधन संरक्षण में क्या योगदान होता है?

साधारण उदाहरण लेते हैं: आपके घर की एक छत पर लगे सोलर पैनल की तुलना करें सड़कों पर सड़ते कूड़े से। पहला प्राकृतिक ऊर्जा से बिजली बनाता है, दूसरा प्रदूषण का कारण। इसी तरह, एक छोटा सा पर्यावरण अनुकूलन के तरीके पर कार्य एक जहाज के नियंत्रण की तरह होता है — एक सूझ-बूझ वाला कदम पूरी यात्रा को सुरक्षित बना सकता है।

इसका मतलब यह भी है कि हर घरेलू वस्तु और साधन जो हम उपयोग करते हैं, उसे ध्यान से चुनना चाहिए ताकि वह पर्यावरण के अनुकूल हो। चलिए, अब दो विकल्पों का विश्लेषण करते हैं:

पहलू प्लास्टिक बैग उपयोग कपड़े के बैग उपयोग
प्लस सस्ते और तुरंत उपलब्ध पुन: उपयोग हो सकने वाले, टिकाऊ
माइनस प्रदूषण और पेयजल स्रोतों को नुकसान प्रारंभिक लागत अधिक (लगभग €5-10)
पर्यावरणीय प्रभाव सालाना लाखों टन प्लास्टिक कचरा बनाता है प्रदूषण में उल्लेखनीय कमी लाता है

यह जानना ज़रूरी क्यों है कि पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाएं से क्या लाभ होते हैं?

इस सवाल का जवाब असल में हमारे समाज की बुद्धिमानी और भविष्य की जिम्मेदारी में छुपा है। जब आप खुद और अपने आस-पास के लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा के पर्यावरण सुरक्षा के आसान तरीके के बारे में जागरूक करते हैं, तो आप एक सकारात्मक चक्र शुरू करते हैं। इंडिया में 65% लोग मानते हैं कि यदि वे पर्यावरण संरक्षण के तरीके अपनाएं तो उनका जीवन बेहतर होगा, पर सिर्फ 35% इसके लिए कदम उठाते हैं।

इसे समझने के लिए एक उदाहरण लें: जैसे ही कोई स्कूल में क्लीन मी प्रोग्राम चलता है, बच्चे अपने घर जाकर परिवार को भी इस बारे में बताते हैं, जिससे छोटी-छोटी बस्तियां बड़ी बदलाव बन जाती हैं। 🌏

तुम क्या कर सकते हो? परिचर्चा और सुझाव

अक्सर लोग सोचते हैं कि बड़े संगठन या सरकार ही पर्यावरण बचा सकती है, लेकिन सच यह है कि छोटे-छोटे पर्यावरण संरक्षण उपाय हम सबके लिए हकीकत बना सकते हैं। आप अपना योगदान शुरू कर सकते हैं:

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण क्यों ज़रूरी है?
प्राकृतिक संसाधन जैसे पानी, वायु, मिट्टी और वनस्पतियाँ हमारे जीवन के मूलाधार हैं। इनके बिना मानव जीवन असंभव है। संरक्षण से हम भविष्य की पीढ़ियों के लिए इन संसाधनों को सुरक्षित रखते हैं।
मैं रोजमर्रा की ज़िंदगी में पर्यावरण संरक्षण उपाय कैसे अपना सकता हूँ?
पानी बचाएं, प्लास्टिक का कम उपयोग करें, ऊर्जा की बचत करें, स्थानीय और मौसमी खाद्य पदार्थ खरीदें, और रिसायक्लिंग को अपनाएं। छोटे-छोटे कदम भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।
क्या हरित जीवनशैली अपनाएं महंगा होता है?
शुरुआती खर्च कभी-कभी हो सकता है, जैसे बायोडिग्रेडेबल बैग या LED बल्ब का इस्तेमाल, परन्तु लंबी अवधि में यह खर्च बचत में बदल जाता है और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है।
कैसे पता लगाएं कि मेरा प्रयास प्रभावी है?
अपने पानी और ऊर्जा के उपयोग का रिकॉर्ड रखें, कचरा कम करें और स्थानीय पर्यावरण रिपोर्टों को देखें। परिवार और समुदाय के स्तर पर सुधार भी संकेत हैं कि आप सही दिशा में हैं।
क्या सरकारी प्रोत्साहन भी उपलब्ध हैं प्राकृतिक संसाधन संरक्षण के लिए?
जी हां, भारत सरकार और कई राज्य सरकारें नवीकरणीय ऊर्जा, जल संरक्षण और कचरा प्रबंधन के लिए सब्सिडी और प्रोत्साहन देती हैं। इसके लिए आपको संबंधित विभागों से जुड़ना होगा।

घर और शहरों में पर्यावरण अनुकूलन के तरीके क्यों ज़रूरी हैं?

सोचिए, आपके घर की छत से निकली धूप जितनी रौशनी और गर्मी हमारे शहरों में हर दिन फैलती है, उतनी ही हर तरह की गंदगी और प्लास्टिक प्रदूषण कम कैसे करें इसकी जिम्मेदारी भी हम पर है। क्या आप जानते हैं कि भारत के बड़े शहरों में लगभग 60% प्रदूषण मुख्यतः प्लास्टिक और कूड़े की वजह से होता है? 🤯 और यह प्लास्टिक कचरा हमारी नालियों, सड़कों और नदियों को जाम कर, जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है।

अपने घर से शुरू होकर शहर के कोने-कोने तक हरित जीवनशैली अपनाएं एक ऐसा मंत्र है, जो न केवल पर्यावरण को बचाता है, बल्कि आपकी सेहत और आर्थिक स्थिति को भी बेहतर बनाता है। आइए देखें कि हम किस तरह छोटे-छोटे कदम उठाकर अपने आसपास के परिवेश को साफ़ और स्वस्थ बना सकते हैं। 💪

घर में प्लास्टिक प्रदूषण कम कैसे करें? 7 आसान और असरदार कदम

घर से शुरुआत करना मतलब अपने परिवार, दोस्तों और पड़ोस को पर्यावरणीय बदलाव का हिस्सा बनाना है। ये उपाय आपको सिखाएंगे कैसे:

क्या आप जानते हैं? शहरों में पर्यावरण अनुकूलन के तरीके अपनाने के फायदे क्या हैं?

शहरों की बात करें तो ये ठोस आंकड़े आपकी सोच बदल सकते हैं:

घर और शहर में पर्यावरण अनुकूलन के लिए 7 सरल उपाय जिनसे आप शुरू कर सकते हैं

  1. 🌞 सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाएं: घर की छत पर सोलर पैनल लगाएं जिससे आप बिजली के बिल में बचत कर सकें और प्रदूषण घटाएं।
  2. 🚰 पानी की बचत करें: रिसाव ठीक करें, बारिश का पानी संग्रह करें और घरेलू पानी का पुन: उपयोग करें।
  3. 🛠️ ऊर्जा-कुशल उपकरण अपनाएं: बिजली बचाने वाले उपकरण प्रयोग में लाएं जैसे LED बल्ब, ऊर्जा संरक्षण वाले पंखे।
  4. 🚮 कूड़ा ठीक प्रकार से अलग करें: घर, मोहल्ले और शहर में ठोस कचरे की अलग-अलग व्यवस्था बनाएँ।
  5. 🛍️ स्थानीय बाजार और उत्पाद चुनें: ज्यादा दूर से आने वाले उत्पादों के बजाय स्थानीय और मौसमी खाद्य पदार्थ लेकर ट्रांसपोर्टेशन से होने वाले प्रदूषण को कम करें।
  6. 🌳 शहर में हरित क्षेत्र बढ़ाएं: खाली जगहों पर पौधे लगाएं, बालकनी में छोटे-छोटे गमले रखें और सामूहिक वृक्षारोपण में हिस्सा लें।
  7. 🛴 कार पूलिंग, साइकल और सार्वजनिक परिवहन बढ़ावा दें: इससे ट्रैफिक जाम में कमी आती है और प्रदूषण घटता है।

क्या ये उपाय महंगे या मुश्किल हैं? तुलना देखें:

उपाय प्लस माइनस लागत (लगभग)
सोलर पैनल लगाना बिजली बिल में प्रति माह 30-50% बचत प्रारंभिक निवेश ज़्यादा (लगभग 400-700 EUR) 400-700 EUR
कपड़े के बैग का उपयोग प्रतिक्रियाशील, प्लास्टिक बचाव थोड़ा रख-रखाव और सफाई ज़रूरी 5-10 EUR
रिसायक्लिंग कचरे में कमी, पर्यावरण सुरक्षा शुरुआती व्यवस्था की जरूरत मुफ्त या मामूली
प्लास्टिक उपयोग कम करना लंबी अवधि में पर्यावरण और स्वास्थ्य आरंभ में आदत में बदलाव चाहिए मुफ्त
ऊर्जा कुशल उपकरण ऊर्जा बचत, बिजली बचत शुरुआती खरीद महंगी भव सकती है 20-50 EUR

क्या हरित जीवनशैली अपनाएं वास्तव में संभव है? एक केस स्टडी

श्रीमती भारती का परिवार दिल्ली में रहता है, जहां प्रदूषण का स्तर हमेशा चिंता का विषय रहता है। उन्होंने पिछले 1 साल से अपने सभी परिवार सदस्यों के साथ घर का कूड़ा स्वयं अलग किया, प्लास्टिक का उपयोग बहुत कम किया, सब्ज़ियां स्थानीय बाजार से खरीदीं और सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग बढ़ाया। नतीजा? उन्होंने अपने घर के कचरे में 65% कमी लाई और मासिक बिजली बिल में करीब 25% बचत की 🎉। उनके पड़ोसी भी अब उनसे प्रेरित होकर इसी राह पर चल पड़े हैं।

मिथक और सच: प्लास्टिक प्रदूषण पर कुछ आम भ्रांतियाँ

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

प्लास्टिक प्रदूषण कम कैसे करें घर में?
कपड़े के बैग उपयोग करें, प्लास्टिक के एक बार इस्तेमाल वाले आइटम से बचें, रिसायक्लिंग करें और घर में कंपोस्टिंग शुरू करें।
क्या घर पर हरित जीवनशैली अपनाएं मतलब महंगा होगा?
शुरुआती कुछ खर्च हो सकता है, लेकिन ऊर्जा बचत, पानी की बचत, और कचरा कम करने से आपको धन की बचत भी होगी।
शहरों में पर्यावरण अनुकूलन क्यों ज़रूरी है?
शहरों में जनसंख्या और औद्योगिक गतिविधि अधिक होती है, जिससे प्रदूषण ज्यादा होता है। पर्यावरण अनुकूलन से स्वास्थ्य बेहतर होता है और जीवन स्तर सुधरता है।
ब्रांडेड पर्यावरणीय उत्पाद खरीदने से क्या फर्क पड़ता है?
ब्रांडेड उत्पादों की गुणवत्ता बेहतर होती है और वे पर्यावरण के अनुकूल होते हैं, जिससे प्लास्टिक प्रदूषण कम होता है।
मैं अपने पड़ोसियों और समुदाय को कैसे जोड़ सकता हूँ?
मीटिंग्स आयोजित करें, सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाएं और सामूहिक वृक्षारोपण या सफाई अभियान करें।

पर्यावरण सुरक्षा क्यों है हमारी प्राथमिकता और इसका भविष्य पर क्या प्रभाव है?

आप पूछेंगे,"क्या मैं अकेले कुछ कर पाऊंगा?" और सच यही है कि एक बूंद से दरिया बनता है। पर्यावरण सुरक्षा के आसान तरीके अपनाकर हम न केवल अपनी ज़िंदगी को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक स्वस्थ और सुरक्षित ग्रह छोड़ सकते हैं। वर्तमान में विश्वभर में लगभग 1.2 बिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड हर साल वातावरण में उत्सर्जित हो रहा है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ रहा है। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि अगर हम अपना नजरिया बदलें और पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाएं, तो आने वाला वक्त हमारी सोच से भी बेहतर हो सकता है। 🌏

आसान और प्रभावी पर्यावरण सुरक्षा के तरीके: आपकी दैनिक आदतों में क्या बदलाव लाएं?

हमारे रोज़मर्रा के छोटे-छोटे कार्यों में छिपा है बड़ा परिवर्तन। जैसे एक घर के छोटे-छोटे ईंटें मिलकर मजबूत दीवार बनाते हैं, ऐसे ही निम्नलिखित उपाय मिलकर बन सकते हैं पर्यावरण सुरक्षा की दीवार। 🛡️

क्या पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाना सचमुच कारगर है? नए शोध और आंकड़े

विश्व पर्यावरण संगठन (UNEP) के अनुसार जागरूकता अभियान के बाद, जिन गांवों में पर्यावरणीय शिक्षा दी गई, वहाँ जल संरक्षण के उपायों को 45% अधिक लोग अपनाने लगे। इसी प्रकार, भारत के कुछ शहरों में पर्यावरण सुरक्षा के आसान तरीके को अपनाकर औसतन 25% तक कूड़ा कम किया गया है।

आइए एक तुलना देखें: जागरूकता के बिना प्रयास करते हुए एक परिवार अधिकतर कचरा नष्ट कर देता है, जबकि जागरूक परिवार श्रमिक वर्ग को अलगण कूड़ा देने और खाद बनाने के लिए प्रेरित करता है, जो पर्यावरण को सशक्त करता है।

भविष्य के लिए तैयार कैसे हों: 7 कदम जो आपको पर्यावरण सुरक्षा में बनाएंगे अग्रणी

  1. 🌿 अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं: हरित जीवनशैली अपनाएं ताकि आपके क़दम पर्यावरण के अनुकूल हों।
  2. 🚯 प्लास्टिक प्रदूषण पर अंकुश लगाएं: जब भी कहीं जाएं, प्लास्टिक उपयोग कम करें और रिसायक्लिंग करें।
  3. 📢 समुदाय को जागरूक करें: सफाई अभियान, वृक्षारोपण या कार्यशालाओं में शामिल हों।
  4. 🔋 ऊर्जा संरक्षण में इंजीनियरिंग का उपयोग करें: सोलर पैनल, वायु टरबाइन जैसी नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत अपनाएं।
  5. 🧩 साइकलिंग और पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढ़ावा दें: ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से बचाव में योगदान करें।
  6. 📚 पर्यावरण शिक्षा को प्राथमिकता दें: बच्चों और बड़ों दोनों को जागरूक बनाएं।
  7. 🌎 स्थानीय सुधारों को राष्ट्रीय आंदोलन बनाएं: छोटे-छोटे प्रयासों को मिलाकर बड़े बदलाव लाएं।

पर्यावरण सुरक्षा के क्षेत्र में आम गलतफहमियां और उनके समाधान

प्रसिद्ध व्यक्तियों के विचार और उनके पर्यावरण संदेश

महात्मा गांधी कहते थे, “धरती हमें अपनी सभी जरूरतें देती है, लेकिन कोई भी लालची इसे पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकता।” यह बात आज भी सटीक है।

ग्रेट ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने कहा, “हम अंग्रेज़ नहीं हैं कि हम क्यों” कहें, हमें करना होगा।” यही साहस और प्रतिबद्धता पर्यावरण सुरक्षा में जरूरी हैं।

प्रैक्टिकल सुझाव और चरण-दर-चरण मार्गदर्शिका: पर्यावरण सुरक्षा में शुरुआत कैसे करें?

  1. 🏠 घर के ऊर्जा संसाधनों का आकलन करें। बिजली बचाने के लिए एलईडी बल्ब लगाएं और अनावश्यक उपकरण बंद करें।
  2. 🚰 पानी का उपयोग सीमित करें, रिसाव ठीक करें और वर्षा जल संचयन अपनाएं।
  3. ♻️ अपने घर में कूड़ा अलग करें और पुनः उपयोग और रिसायक्लिंग की आदत डालें।
  4. 🌱 स्थानीय स्तर पर वृक्षारोपण या बगिया लगाएं।
  5. 🚌 पैदल चलें, साइकिल चलाएं या सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें।
  6. 🧑‍🤝‍🧑 अपने परिवार और समाज में पर्यावरण जागरूकता फैलाएं।
  7. 📈 अपने प्रयासों को ट्रैक करें और सुधार के लिए नए लक्ष्य बनाएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

पर्यावरण सुरक्षा के आसान तरीके क्या हैं?
ऊर्जा बचाना, पानी संरक्षण, कूड़ा प्रबंधन, वृक्षारोपण, प्लास्टिक उपयोग कम करना, और जागरूकता फैलाना मुख्य तरीके हैं।
मैं पर्यावरण के प्रति अपनी जागरूकता कैसे बढ़ा सकता हूँ?
प्राकृतिक संसाधनों और प्रदूषण के बारे में पढ़ें, समुदाय के कार्यक्रमों में भाग लें, और सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाएं।
क्या छोटे प्रयासों से पर्यावरण सुरक्षा में बड़ा बदलाव संभव है?
बिल्कुल! छोटे-छोटे उपाय मिलकर बड़ा असर डालते हैं, खासकर जब बहुत से लोग इस दिशा में कदम उठाते हैं।
हरित जीवनशैली अपनाने के क्या फायदे हैं?
यह स्वास्थ्य, वित्तीय बचत और हमारे ग्रह के संरक्षण में मदद करता है। साथ ही अगले पीढ़ी के लिए बेहतर पर्यावरण छोड़ता है।
आने वाले समय में पर्यावरण संरक्षण के लिए क्या तकनीकी बदलाव हो सकते हैं?
सौर और पवन ऊर्जा में प्रगति, स्मार्ट शहर, इलेक्ट्रिक वाहन, और बेहतर कचरा प्रबंधन तकनीकें शामिल हैं जो पर्यावरण के लिए फायदेमंद साबित होंगी।

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