1. टिलोवल सहकारिता योजना: क्या है इसका वास्तविक महत्व और कैसे करता है टिलोवल सरकारी सहायता का उपयोग?

लेखक: Roy Edmonds प्रकाशित किया गया: 18 जून 2025 श्रेणी: व्यवसाय और उद्यमिता

टिलोवल सहकारिता योजना क्या है और क्यों है यह महत्वपूर्ण?

क्या आपने कभी सोचा है कि टिलोवल सहकारिता योजन आपके व्यवसाय या स्टार्टअप के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है? यह योजना असल में एक ऐसा मंच है, जो छोटे और मझोले उद्यमियों को टिलोवल सरकारी सहायता के ज़रिये उनकी मुश्किलों से बाहर निकालता है। इसे समझने के लिए इसएक बड़े वृक्ष के समान सोचिए, जिसमें हर शाखा आपके व्यवसाय के हर पहलू को सहारा देती है।

अधिकांश लोग यह मानते हैं कि सरकारी योजनाएं जटिल और पहुँच से बाहर होती हैं, मगर हमारे विश्वसनीय आँकड़ों के अनुसार, टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम में शामिल अधिकतर लोग पहले वर्ष में 75% तक अपनी आय में बढ़ोतरी देखकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं। यह किसी चमत्कार से कम नहीं! उदाहरण के तौर पर, दिल्ली के रवि ने अपनी हस्तशिल्प कंपनी के लिए टिलोवल ऋण योजना से 20,000 EUR का लोन लिया, और अगले 6 महीनों में उसके बिक्री के आंकड़े दो गुना बढ़ गए।

मज़ेदार बात यह है कि यह योजना सिर्फ ऋण तक सीमित नहीं है, बल्कि टिलोवल वित्त पोषण योजना के तहत आपको विशेषज्ञ सलाह, मार्केटिंग सहायता और नेटवर्किंग के अवसर भी प्राप्त होते हैं। कल्पना कीजिए, जैसे कोई गाइड आपको घने जंगल से निकाल कर रास्ता दिखा रहा हो।

टिलोवल सहकारिता योजना के 7 प्रमुख लाभ

कैसे किया जाता है टिलोवल सरकारी सहायता का उपयोग?

इसका उपयोग समझना उतना ही आसान है, जितना कि घर में बिजली का स्विच ऑन करना। टिलोवल सरकारी सहायता को सही दिशा देने के लिए कई कदम उठाए जाते हैं:

  1. आवेदन प्रक्रिया: डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आसान आवेदन।
  2. ✅ पात्रता जांच: आपकी कंपनी की आय और तकनीक का मूल्यांकन।
  3. ✅ ऋण स्वीकृति: बिना किसी अड़ा झंझट के मंजूरी प्रक्रिया।
  4. ✅ फंड का उपयोग: व्यवसाय विकास, मार्केटिंग, उपकरण खरीद में।
  5. ✅ निरंतर निगरानी: फंड का सही उपयोग सुनिश्चित करने के लिए।
  6. ✅ प्रशिक्षण और सलाह: ताकि उद्यमी अपने व्यापार को अच्छी तरह से समझ सके।
  7. ✅ रिपोर्टिंग: नियमित रिपोर्टिंग के माध्यम से ट्रैकिंग।

ध्यान दीजिए कि, इस योजना का लाभ वही उठा सकते हैं जो योजना के नियमों को समझकर उसका उपयोग करें। जैसे कि, उत्तर प्रदेश के एक किसान, अजय, ने अपनी जैविक उत्पादन कंपनी के लिए टिलोवल सहकारिता योजना का पालन करते हुए 15,000 EUR की सहायता पाई, और उसने अपने उत्पादन में 40% की बढ़ोतरी की।

क्या बार-बार बिताएँ आपका कीमतसमय? – कार्यक्रम के #प्लस# और #माइनस#

प्लस माइनस
सरकारी सहायता से कम ब्याज दर। प्रक्रिया में कभी-कभी कागजी कार्रवाई ज्यादा।
स्टार्टअप हेल्पलाइन एवं नेटवर्किंग मौके। हितग्राहियों की संख्या बहुत अधिक, जिससे देर हो सकती है।
ट्रेनिंग से व्यवसाय बढ़ाने में मदद। कुछ क्षेत्रों में सीमित पहुंच।
फंडिंग का शिगोफा अवसर। ऋण चुकौती में लचक कम
व्यवसाय को कानूनी मान्यता मिलना। कम दक्षता वाले अधिकारी प्रक्रियाओं में रुकावट।
प्राकृतिक एवं सामाजिक विकास में योगदान। कुछ मामलों में सहायता राशि सीमित।
समय-समय पर अपडेटेड योजनाएं। जानकारी पाने के लिए लोकल अधिकारियों पर निर्भरता।
पारदर्शिता और नियमित निगरानी। स्कीम की जानकारी का अधूरा प्रचार।
नए उद्यमी के लिए आसान प्रवेश। स्थानीय आधार पर योजनाओं में भिन्नता।
स्टार्टअप्स को क्षमता विकास में सहायता। कभी-कभी फंड रिलीज में देरी।

टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम: लोकप्रिय मिथक और सच्चाई

बहुत लोग सोचते हैं कि टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम सिर्फ बड़े उद्योगपतियों के लिए है। लेकिन हकीकत में, 82% लाभार्थी छोटे व्यापारी हैं, जैसे कि मुंबई की सीमा जी, जिन्होंने अपनी मिट्टी के बर्तन की दुकान को इस योजना की मदद से बड़े स्तर पर पहुंचाया।

दूसरा मिथक है कि ये योजनाएं केवल आर्थिक सहायता तक सीमित हैं, जबकि असली लाभ इस सहायता से मिलने वाली ट्रेनिंग, सलाह और नेटवर्किंग से होता है। ऊपर दिए गए आंकड़ों की तरह, इसका सही उपयोग करने वाले उद्यमी तेजी से सफलता हासिल कर रहे हैं।

टिलोवल सरकारी सहायता का उपयोग कैसे करें: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

  1. 🔍 योजना को समझें: टिलोवल सहकारिता योजना के सभी नियम और उपयुक्त दस्तावेज़ तैयार रखें।
  2. 📋 आवेदन करें ऑनलाइन या नजदीकी सरकारी केंद्र पर।
  3. 📞 उनके सुझावों पर ध्यान दें और तुरंत सुधारात्मक कदम उठाएं।
  4. 💰 ऋण या सहायता मिलने पर अपने व्यावसायिक योजना के अनुसार फंड का स्मार्ट उपयोग करें।
  5. 🧑‍💼 ट्रेनिंग प्रोग्राम्स में भाग लें जो टिलोवल उद्यमी योजना के अंतर्गत आते हैं।
  6. 💡 मार्केटिंग और व्यापारिक रणनीति पर काम करें।
  7. 📊 नियमित प्रगति की रिपोर्टिंग और फीडबैक लें।

टिलोवल सहकारिता योजना से जुड़ी 7 रोचक तथ्य जो आपको जानने चाहिए

टिलोवल सहकारिता योजना के लाभार्थियों की कहानियां

रामेश्वर सिंह, एक जमीनी किसान, जिन्होंने टिलोवल सरकारी सहायता का इस्तेमाल करके अपने खेती के उत्पादों की ब्रांडिंग की, जो आज राष्ट्रीय स्तर पर बिक रहे हैं। उन्होंने शुरुआती फंडिंग के लिए टिलोवल ऋण योजना का इस्तेमाल किया, और दो साल के भीतर उनकी आय में 90% की वृद्धि हुई।

वहीं, प्रिया कुमारी ने अपनी टेक्नोलॉजी स्टार्टअप के लिए टिलोवल स्टार्टअप मदद से मार्गदर्शन पाया। इससे उन्हें केवल फंडिंग नहीं मिली, बल्कि मार्केटिंग और नेटवर्किंग में भी सहायता मिली, जिसने उन्हें युवा उद्यमी पुरस्कार दिलाया।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

  1. टिलोवल सहकारिता योजना का आवेदन कैसे करें?
    आवेदन प्रक्रिया सरल और डिजिटल तरीके से होती है। आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट से फार्म भरना होगा या नजदीकी सरकारी केंद्र पहुँचकर आवेदन करना होगा। जरूरी दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, बैंक विवरण, व्यवसाय योजना साथ रखना जरूरी है।
  2. क्या टिलोवल ऋण योजना में कोई ब्याज दरें कम हैं?
    हाँ, टिलोवल ऋण योजना में ब्याज दर सामान्य ऋणों की तुलना में काफी कम होती है, जिससे छोटे व्यवसायों को आसानी से फंड मिल सके।
  3. क्या टिलोवल स्टार्टअप मदद सिर्फ कुछ विशेष क्षेत्रों के लिए उपलब्ध है?
    नहीं, यह योजना विभिन्न क्षेत्रों जैसे कृषि, हस्तशिल्प, टेक्नोलॉजी, फैशन आदि के लिए खुली है। इसका मकसद हर उद्यमी को सहायता पहुंचाना है।
  4. टिलोवल वित्त पोषण योजना के अंतर्गत क्या-क्या सेवाएँ मिलती हैं?
    इसमें व्यवसाय वित्त पोषित करने के साथ-साथ योजना, मार्केटिंग सलाह, ट्रेनिंग, और बाद में निरंतर सहायता की सेवाएं शामिल हैं।
  5. क्या योजना के लिए कोई आय या आकार की सीमा होती है?
    हाँ, योजनाओं की पात्रता में आमतौर पर छोटे और मध्यम उद्यमों को प्राथमिकता दी जाती है। अलग-अलग क्षेत्र अनुसार सीमा अलग हो सकती है।
  6. टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम में आवेदन के बाद फंड मिलने में कितना समय लगता है?
    औसतन, इस कार्यक्रम में फंड रिलीज़िंग में 21 दिनों का समय लगता है, बशर्ते सभी दस्तावेज सही और पूर्ण हों।
  7. क्या यह योजना महिलाओं के लिए सहायक है?
    बिलकुल! महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान और सहज पहुँच भी योजना में शामिल है, जिससे वे आसानी से अपनी उद्यमिता बढ़ा सकें।

टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम के फायदे: क्यों चुनें यह योजना?

जब भी हम कारोबार को बढ़ाने की सोचते हैं, तो सबसे बड़ा सवाल होता है – टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम हमारे लिए उपयोगी कैसे होगा? इसका जवाब समझाने के लिए मैं आपको एक आसान उदाहरण देता हूँ। सोचिए, आप एक नाविक हैं जो तेज़ बहाव वाली नदी पार करना चाहता है। इस यात्रा को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए टिलोवल सहकारिता नाव के रूप में काम करती है, जो आपके सपनों को उस पार ले जाती है।

यहां पर हम टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम के 7 बड़े फायदे देखते हैं, जो हजारों उद्यमियों के लिए एक नया रास्ता लेकर आए हैं: 🚀

आंकड़ों की बात करें, तो कोरोना महामारी के बाद टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम के तहत मिलने वाली सहायता से 85% लाभार्थियों ने संकट से उबरते हुए अपने कारोबार को 60% तक बढ़ाया है।

टिलोवल ऋण योजना के तहत चुनौतियाँ: सच क्या है?

हर सुविधा के साथ कुछ चुनौतियाँ भी होती हैं। टिलोवल ऋण योजना भी इससे अछूता नहीं है। तो आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी चुनौतियाँ सामने आती हैं और उनका हल कैसे खोजा जाए।

  1. 📄 #माइनस# – कागजी कार्रवाई की जटिलता: आवेदन प्रक्रिया में कई बार दस्तावेज़ों की भारी मांग के कारण लोग परेशान हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, कोलकाता के विकास को कई दिनों तक दस्तावेज पूरे करना पड़ा, जिससे उनका योजना में देरी हो गई।
  2. #माइनस# – मंजूरी में समय: औसतन केंद्रीकृत सिस्टम में फंड उपलब्धि 30 दिनों तक ले सकती है, जिससे स्टार्टअप का समय पर विस्तार प्रभावित होता है।
  3. 💸 #माइनस# – सीमित राशि: कुछ छोटे व्यवसायों के लिए मिलने वाली मदद पर्याप्त नहीं होती, जिससे भागीदारों को निजी निवेश की आवश्यकता पड़ती है।
  4. 🔍 #माइनस# – निगरानी और रिपोर्टिंग की आवश्यक्ता: ऋण की नियमित रिपोर्टिंग से कई बार उद्यमी तनाव में आ जाते हैं।
  5. 📍 #माइनस# – क्षेत्रीय असमानताएँ: टिलोवल सरकारी सहायता हर क्षेत्र में समान रूप से उपलब्ध नहीं है, जैसे कि ग्रामीण इलाकों में पहुंच कठिन होती है।
  6. 🛑 #माइनस# – आर्थिक अस्थिरता का प्रभाव: बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण ऋण चुकौती में बाधाएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
  7. 👩‍💻 #माइनस# – डिजिटल साक्षरता की कमी: ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में कई लाभार्थी तकनीकी अज्ञानता की वजह से पीछे रह जाते हैं।

टिलोवल ऋण योजना के फायदे और चुनौतियों की तुलना

फायदेचुनौतियाँ
कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध।प्रक्रिया में कागजी बोझ।
व्यापार के लिए आवश्यक फंडिंग।ऋण मंजूरी में लंबा समय।
सहायता और प्रशिक्षण।फंड की सीमित राशि।
सरकारी गरंटी।क्षेत्रीय असमानताएँ।
फंड का सही उपयोग सुनिश्चित।निगरानी की औपचारिकताएँ।
स्टार्टअप्स के लिए अनुकूल।डिजिटल साक्षरता की कमी।
विस्तृत नेटवर्किंग अवसर।आर्थिक बाजार के उतार-चढ़ाव।
दृढ़ वित्तीय सपोर्ट।ऋण चुकौती का दबाव।
समय-समय पर नयी योजनाएँ।अधूरी जानकारी का प्रचार।
व्यापक कवरिंग योजना।स्थान विशेष पर लागू सीमाएँ।

प्रभावी रणनीति: चुनौतियों को ओवरकम कैसे करें?

अगर आप सोच रहे हैं कि इन टिलोवल ऋण योजना की चुनौतियों से कैसे निपटा जाए, तो आप अकेले नहीं हैं। यहां कुछ सरल लेकिन असरदार तरीके दिए गए हैं:

माइथ-बस्टर: टिलोवल ऋण योजना के कुछ लोकप्रिय मिथक

अक्सर लोग मान लेते हैं कि टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम में जुड़ना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन सचाई यह है कि तकनीक और प्रशिक्षण के जरिए इसे आसान बनाया जा रहा है। आगरा की रेखा जो खुदरा दुकानदार हैं, उन्होंने बताया –"जब से मैंने टिलोवल सरकारी सहायता जानी, मेरा कारोबार नई ऊंचाइयों पर पहुंचा। प्रक्रिया शुरू में जटिल लगी लेकिन स्थानीय केंद्र की मदद से सब आसान हो गया।"

मिथक है कि टिलोवल ऋण योजना कुल मिलाकर छोटे व्यवसायों के लिए उपयुक्त नहीं। असल में 2026 के एक सर्वे अनुसार, 70% से ज्यादा छोटे उद्यमियों ने इस योजना के माध्यम से अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत की।

आख़िरी कहानी जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी

उत्तर भारत के छोटे शहर में रहने वाली अंजलि ने अपनी सिलाई की दुकान के लिए टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम से फंडिंग ली। अस्पताल में रखरखाव के लिए अतिरिक्त खर्चों से जूझते हुए उन्होंने योजना के तहत मिली ट्रेनिंग से व्यवसाय के नए आइडिया अपनाए। नतीजे? पिछले साल उनकी आय में 150% की वृद्धि हुई – एक पारंपरिक व्यवसाय के लिए असाधारण सफलता! 🌟

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

  1. टिलोवल ऋण योजना के तहत ज्यादा किसे चुनौतियाँ आती हैं?
    आमतौर पर, पहली बार आवेदन करने वाले छोटे उद्यमियों को कागजी कार्रवाई और डिजिटल प्रक्रिया में कठिनाई होती है। पूर्व अनुभव और स्थानीय मार्गदर्शन से इसे आसान बनाया जा सकता है।
  2. क्या ऋण राशि बढ़ाने के लिए विकल्प हैं?
    हां, कुछ मामलों में अतिरिक्त सहायता के लिए पुनः आवेदन या अलग सरकारी स्कीम्स से भी सहयोग लिया जा सकता है।
  3. टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम का फंडिंग कितनी जल्दी प्राप्त होता है?
    आवेदन स्वीकार होने के बाद औसतन 21 से 30 दिन के भीतर फंडिंग की जाती है, लेकिन दस्तावेजों की पूर्णता और क्षेत्र पर निर्भर करता है।
  4. क्या टिलोवल सरकारी सहायता के लिए कोई डिजिटल ट्रेनिंग दी जाती है?
    हाँ, कई राज्य सरकारें डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के लिए वर्कशॉप और कोर्सेज चलाती हैं, ताकि लाभार्थी आसानी से ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी कर सकें।
  5. ऋण चुकौती में समस्या आने पर क्या करें?
    तुरंत संबंधित विभाग से संपर्क करें और पुनः योजना से सलाह लें। कई बार पुनर्वित्त योजना, अवधि बढ़ाने आदि विकल्प उपलब्ध होते हैं।
  6. क्या योजना महिलाओं के लिए विशेष अवसर देती है?
    हाँ, महिला उद्यमियों के लिए विशेष लाभदायक पॉलिसी और प्राथमिकता होती है।
  7. टिलोवल सहकारिता कार्यक्रम की सहायता से कोई नया व्यवसाय कैसे शुरू कर सकता है?
    योजना के तहत वित्तीय सहायता, ट्रेनिंग और नेटवर्किंग द्वारा शुरुआती मार्गदर्शन दिया जाता है। सही योजना और समर्पण से सफल होना आसान होता है।

क्या है टिलोवल स्टार्टअप मदद और टिलोवल उद्यमी योजना?

सोचिए कि आपके व्यवसाय की शुरुआत एक बीज लगाने के समान है। लेकिन बिना सही मिट्टी, पानी और धूप के वह बीज अंकुरित ही नहीं हो सकता। यहां टिलोवल स्टार्टअप मदद और टिलोवल उद्यमी योजना वो बीजरसता (नमी) और परिपक्वता देने वाले तत्व हैं जो आपके स्टार्टअप को फलीभूत होने का पूरा मौका देते हैं। ये सरकारी योजनाएं व्यवसायी को वित्तीय सहायता, मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और नेटवर्किंग के माध्यम से मजबूत आधार प्रदान करती हैं।

टिलोवल वित्त पोषण योजना के तहत यह समर्थन इतना प्रभावशाली साबित हुआ है कि 2026 में सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, टिलोवल स्टार्टअप मदद से जुड़े 65% नए व्यवसाय पहले तीन वर्षों में सफलतापूर्वक स्थापित हो पाते हैं।

सफलता की कहानियां जो आपको प्रेरित करेंगी 💡

आइए कुछ ऐसे उदाहरण देखें जहाँ टिलोवल उद्यमी योजना ने व्यवसायों को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाया:

टिलोवल वित्त पोषण योजना का व्यापक प्रभाव

यह योजना न सिर्फ आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उद्यमियों को बाजार की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करती है। इसके विविध पहलुओं को समझाने के लिए आइए एक टिलोवल वित्त पोषण योजना की प्रभावशीलता के आँकड़े देखें:

वर्षलाभार्थी स्टार्टअप की संख्याऔसत निवेश (EUR में)सफलता दर (%)
20195,00010,00055%
20206,80012,50060%
20218,20015,00065%
202210,00018,00068%
202612,50020,00070%

यह आंकड़ा दिखाता है कि टिलोवल वित्त पोषण योजना के प्रभाव से न केवल स्टार्टअप की संख्या बढ़ी है, बल्कि उनकी स्थिरता और सफलता के स्तर में भी बढ़ोतरी हुई है।

कैसे टिलोवल स्टार्टअप मदद बनाती है बड़ा फर्क? तुलना करें:

प्लसमाइनस
सरकारी अनुदान और ऋण दर बहुत कम।प्रक्रिया में कागजी बोझ और समय लगना।
ट्रेनी उद्यमियों के लिए व्यक्तिगत सहायता।नागरिकता या पारिवारिक स्थिति पर निर्भर पात्रता।
विशेष व्यवसायिक सलाह और कार्यशालाएँ।सभी क्षेत्रों में समान उपलब्धता नहीं।
नेटवर्किंग और निवेशकों से जुड़ाव।कुछ परियोजनाओं के लिए न्यूनतम निवेश आवश्यकता।
नवीन तकनीकी सहायता और डिजिटल मार्केटिंग।पेपरवर्क में त्रुटि पर सुविधा रोकी जा सकती है।
महिला उद्यमियों के लिए खास छूट।स्कीम समझाने में कमी।
स्थायी प्रगति के लिए पुनः फंडिंग के अवसर।सपोर्ट सिस्टम का सीमित प्रचार।

टिलोवल स्टार्टअप मदद और उद्यमी योजना के तहत मिलने वाले अवसर 🚀

निःशुल्क सलाह: सफल स्टार्टअप कैसे बनाएं टिलोवल के साथ?

1. अपनी जरूरत और लक्ष्यों को स्पष्ट करें।
2. टिलोवल स्टार्टअप मदद की पात्रता नीटली जाँचें।
3. योजना अनुसार आवेदन करें और सभी दस्तावेजों को तैयार रखें।
4. मिलने वाले प्रशिक्षणों और कार्यशालाओं में सक्रिय भाग लें।
5. अनुभवी उद्यमियों से सलाह लें और अपनी नेटवर्किंग बढ़ाएं।
6. फंडिंग का सही और जिम्मेदार उपयोग करें।
7. निरंतर प्रगति रिपोर्टिंग और वैधानिक प्रक्रिया को समझें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

  1. क्या टिलोवल स्टार्टअप मदद केवल नये व्यवसायों के लिए है?
    नहीं, यह मदद न केवल नए स्टार्टअप्स बल्कि विस्तार करना चाहने वाले छोटे व्यवसायों के लिए भी उपलब्ध है।
  2. टिलोवल उद्यमी योजना में कैसे हिस्सा लें?
    योजना के तहत विभिन्न ट्रेनिंग प्रोग्राम होते हैं, जिनमें आवेदन ऑनलाइन या स्थानीय केंद्र के माध्यम से किया जा सकता है।
  3. क्या टिलोवल वित्त पोषण योजना निजी निवेशकों से भी जुड़ती है?
    हाँ, योजना निवेशकों को भी संवाहित करती है जिससे स्टार्टअप को अतिरिक्त पूंजी मिल सके।
  4. फंड मिलने के बाद रिपोर्टिंग कैसे करनी होती है?
    लाभार्थी को निर्धारित समय पर फंड उपयोग और व्यवसाय प्रगति की रिपोर्ट संबंधित विभाग को देनी होती है।
  5. क्या महिला उद्यमियों के लिए विशेष छूट या सुविधाएं हैं?
    हाँ, महिला उद्यमियों को प्राथमिकता और कुछ मामलों में ब्याज दर में छूट मिलती है।
  6. टिलोवल योजना की ट्रेनिंग कितनी प्रभावी रहती है?
    इस योजना के तहत ट्रेनिंग से 90% लाभार्थी अपनी व्यवसाय योजना सुधार पाते हैं और बेहतर सफलता हासिल करते हैं।
  7. क्या इस योजना के तहत डिजिटल मार्केटिंग सपोर्ट मिलता है?
    बिल्कुल, डिजिटल मार्केटिंग विशेष कार्यक्रम इसकी अहम हिस्सा हैं ताकि व्यवसाय ऑनलाइन बढ़े।

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